लोकसभा चुनाव 24
अपनी दिनचर्या के तहत 07.30 बजे छत पर जब चिड़िया को चुग्गा डाल रहा था तो नीचे खङे 80 वर्षीय बुजुर्ग पङौसी ने बताया कि वो वोट कर आ गए हैं। बताया कि पहला वोट उन्हीं का था। मतपेटी को हाथ जोड़कर उन्होंने बटन दबाया।
यह हमारी आस्था है, विश्वास है और श्रद्धा है। नागौर में वोट इस बार राम मंदिर को हुआ है। लोगों ने वोट नहीं डाला, रामजी को भेंट अर्पित की है। वोट करने के बाद मतदाता अपने को हल्का महसूस कर रहे थे। शाम छः बजे बाद युवाओं के एक समूह में जीत की बधाइयां शेयर की जा रही थी। यह भी एक श्रृद्धा और विश्वास है।
सुबह से ही सुस्त रही रफ्तार ने यह अंदेशा दे दिया था कि वोट कास्टिंग कम ही रहेगी। शाम को जारी आंकड़ों ने बता दिया कि 54 से 60 के बीच विभिन्न विधानसभाओं में मतदान हुआ। कम मतदान को लेकर विश्लेषक अंदाजे लगाने लगे।
नागौर को लेकर हमारा अंदाजा है कि आस्था और श्रद्धा की जीत होगी। जीत भी अच्छे खासे अंतराल से होगी। सवाल जब श्रद्धा का आता है तो तमाम शिकायतें बेमानी हो जाती है कि वो जाट है, वो कांग्रेस बेकग्राऊंड से है, इसी एक परिवार का ठेका है क्या, चुनाव प्रचार में मेरी पूछ नहीं हुई, आदि आदि।
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