रामराम सलाम जय जिनेन्द्र सतश्रीअकाल
भाजपा जहां मुख्यमंत्री तय नहीं कर पाई है हमने लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुस् कर दी है। विधानसभा चुनाव में जिले की नो विधानसभा सीटों के कुल मतदाता 2398728 में से 1746238 ने अपने मत का प्रयोग किया। इन मतों में सर्वाधिक कांगेस को 700847 मत मिले हैं। भाजपा को 693835 मत मिले। आरएलपी के पांच उम्मीदवारों ने 164443 मत हासिल किए वहीं निर्दलीय युनूस खां को 70952 तो नोटा सहित अन्यों को 116161 मत मिले। अगर यही रूझान रहा और आरएलपी ने उम्मीदवार उतारा तो कांग्रेस की जीत पक्की।
अब सवाल यह कि उम्मीदवार कौन होंगे। इन विधानसभा चुनाओं ने लोकसभा प्रत्यासी के सारे उम्मीदवारों को साफ कर दिया है। कांग्रेस में एकमात्र जिताउ हमें मकरान विधायक जाकिर हुसैन गैसावत नजर आ रहे हैं। नागौर जिला में अल्प संख्यकों की संख्या र्प्याप्त है। फिर एससी कांग्रेस की परम्परगत वोट बैंक है ही। इस बार राजपूत कांग्रेस से नए जुड़े हैं। नागौर, लाडनू, व परबतसर सें कांग्रेस विधायक जीते हैं जो जाट हैं तो कुछ वोट तो वे जाटों के भी कांग्रेस को दिराएंगे ही। ऐसे में जाकिर हुसैन की जीत तय है। भाजपा की दौड़धूप जाट उम्मीदवार पर रहेगी। ज्योति मिर्धा के हार जाने के बाद इनके पास कोई चेहरा ही नहीं है। 70 सें अधिक के सी आर साहब या रूपाराम मुरावतिया शेष बचते हैं। रूपाराम गायक है। तेजा की एक कड़ी कह कर लोगों को लुभाना इन्हें आता है। भाजपा को ऐसे ही चमत्कारों या बाबाओं की जस्रत होती है। बाबा जिले में दो हैं जिन में एक तो बोस बन बए और दूसरे ने विधानसभा चुनाओं में हाथ खड़े कर दिए। तो मकराना एक बार फिर पूरे जिले में चर्चा में आ सकता है। अब आप यह प्रश्न मत कर लेना कि यदि जाकिर जीत गया तो उपचुनाव में कांग्रेस की टिकट किसकी, क्योंकि टिकट जाकिर चाहेगा उसकी होगी।
मेरे ब्लॉग आप मेरे फेसबुक पेज Devesh swami official for Marble handicraft & Organic farming  पर भी  https://www.facebook.com/profile.php?id=100064133615419&mibextid=ZbWKwL देख सकते हैं।

Comments

Popular posts from this blog

उप चुनाव परिणाम

टीटी की हार के मायने: देवेश स्वामी

नव कैलेण्डर वर्ष की शुभकामनाएं