कल जाकिर हुसैन के साहब के विजई जुलूस के मकराना में पहुंचने पर उनके द्वारा दिया गया भाषण संबल प्रदान करने वाला है। विधायक महोदय ने कहा कि वह आपके हर दुख सुख में साथ रहने का प्रयास करेंगे तथा हक व अधिकार की लड़ाई सड़क व सदन में जनता के हित में करते रहेंगे। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि वे हर वक्त जनता के बीच मौजूद रहेंगे।
भाजपा से टिकट के एक और दावेदार है प्रकाश भाकर ने भी आज सुबह मुझे विश्वास दिलाया कि शहर हित में वे हमेशा अपना कंधा से कंधा मिलाकर खड़े रहने के लिए तैयार हैं। उम्मीद करते हैं की इस चुनाव में द्वितीय व तृतीय स्थान रहे प्रत्याशी भी शहर हित में राजनीति से ऊपर उठकर जनता के बीच रहने का प्रयास करेंगे।
हमारा एकमात्र उद्देश्य यही है कि सभी अपने हक व अधिकारों की प्राप्ति के लिए कोई अपने को अकेला महसूस नहीं करें इसलिए हम 5 साल तक राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित विभागों से सार्थक संवाद बनाए रखेंगे व यथा संभव राहत लेने का प्रयास करेंगे।
राजनीति अब इस मोड़ पर आ गई है कि हर वक्त जनता के बीच रहना जरूरी हो गया है। हमारा प्रयास रहेगा कि मकराना में भी हम ऐसी परिस्थितियों पैदा करें ताकि चुनाव लड़ने के उचित उम्मीदवार अभी से हमारे बीच रहे व हमारे समस्याओं के समाधान में हमारे साथ मिलकर संघर्ष करें। सार्थक लोकतंत्र सिर्फ चुनाव तक ही नहीं है। चुनाव बाद अपने हक व अधिकारों की प्राप्ति के लिए संवाद, संघर्ष और संगठन करना भी है। सभी साथियों के सक्रिय सहयोग की उम्मीद की जाती है।
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मकराना नगर परिषद का हुआ सीमा विस्तार
शहर जब बढता है तब पहले उसका खुदका रकबा आबादी में तब्दील होता है फिर सङकों के किनारे किनारे आस पास के गांवों की जमीन पर पसरता है। बात करें अपने शहर मकराना की तो डायमंड से चिराई शुरू होने के बाद बोरावड़ रोङ और बाईपास रोड से लगी जमीने वाणिज्यिक प्रयोजनार्थ बदली और शहर के पश्चिम में बालाजी कालोनी व झंवर कालोनी डवलप हुई। दक्षिण में बाईपास से सटकर भाटीपुरा तो गांगवा रोङ के आजू-बाजू लोहारपुरा, गायत्री नगर और ओम कालोनी डवलप हुई। मंगलाना रोङ पर सुभाष नगर, देशवाली ढाणी, आनंद नगर, गायत्री नगर और वसुंधरा नगर बसे। उपखंड कार्यालय बाहर आने के बाद गुर्जर कालोनी और तहसील कालोनी बसी। पलाङा रोङ पर बङी कालोनी बसी तो जूसरी रोङ पर मालियों की ढाणी। शहर के उत्तर में भाखरों की ढाणी, हनुमान जी की ढाणी और मींडकिया रोङ पर न्यू गुर्जर कालोनी तो पूरी माताभर रोङ कालोनियों में बदल गई। इस क्षेत्र में जबसे कालवा बाईपास निकली है सङक और शहर के बीच बसने की होङ मची हुई है। सबसे पहले बसे भाटीपुरा, लोहारपुरा, आनंद नगर और वसुंधरा नगर वाले मकराना से जुड़े होने के बावजूद प्रशासनिक इकाई के तौर पर जूसरी और दिलढाणी ग्राम पंचा...
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